अन्नपूर्णा रसोई योजना
मेरे प्यारे देशवासियो जैसे की आप जानते है हमारी केंद्र सरकार और राज्य सरकारें कई प्रकार की योजनाएं निकालती रहती हैं जैसे की आपको पता है, COVID19 वायरस की बजह से जो लॉक डाउन हुआ था। इसमें कई मजदूरों की रोजी रोटी छीन ली थी, उनके पास न खाने के पैसे थे और न ही घर जाने के सरकार ने देश के कई लोंगो ने गरीब लोगों को राशन बांटे अतः उनकी सहायता की फिर भी कुछ ऐसे लोग थे, जिन्हे सुविधा न मिल सकी। इन सभी समस्याओं को देखते हुए कई राज्य सरकारों ने अन्नपूर्णा रसोई योजना की शुरूआत की और जो प्रवासी मज़दूर थे उनके लिए रोजगार की व्यवस्था की गई सरकार की यह पूरी कोशिश रही की मजदूर अपना पेट भर सकें।
अन्नपूर्णा रसोई योजना में कई राज्यों ने पहल की है की गरीब लोगों को सस्ता राशन दिया जा सके। इस योजना के तहत गरीब लोगो को कम कीमत में राशन दिया जाता है। यह योजना लगभग देश के सभी राज्यों में शुरू हो चुकी है। किसी राज्य में यह 2014 में शुरू हुई और किसी राज्य में यह 2016 में शुरू हुयी यह निर्णय राज्य का मुख्यमंत्री ही लेते हैं की कब कौन से योजना शुरू की जाएगी। लेकिन हम आपको बिस्तार से 3 राज्यों की ही जानकारी देंगे इस लेख में हम आपको सारी जानकारी देंगे की राशन कैसे दिया जाता है और कितना दिया जाता है इसलिए हमारे इस लेख को अंत तक ज़रूर पढ़े।
राजस्थान अन्नपूर्णा Rasoi Yojana :
सबसे पहले हम आपको राजस्थान में चलाई गई अन्नपूर्णा रसोई योजना के बारे में बताते हैं यह योजना राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने 15 दिसंबर 2016 को की गयी। इस योजना के माध्यम से आर्थिक रूप से कमज़ोर और गरीबी रेखा से नीचे वाले लोगों को कम दाम में पौष्टिक आहार दिया जाता है। इस योजना का लाभ गरीब वर्ग के लोगों को दिया जाता है। इस योजना में अन्नपूर्णा रसोई वैन के ज़रिये सिर्फ पांच रूपए में सुबह का नाश्ता और आठ रूपए में पौष्टिक आहार दिया जाता है। पहले चरण में 12 जिलों में 80 रसोई वैन और फिर दूसरे चरण में 200 शहरों में 500 रसोई अन्नपूर्णा वैन काम के लिए रखी गई है।
इस योजना के माध्यम से लाभार्थियों को सुबह का नाश्ता, दोपहर का भोजन और रात्रि का भोजन दिया जाता है। सुबह का नाश्ता सिर्फ पांच रूपए में मिलता है। नाश्ते में अलग अलग प्रकार का नाश्ता मिलता है जैसे पोहा, सेवइयां , इडली सांभर, ज्वार खिचड़ा, गेहूं का खिचड़ा, बाजरा खिचड़ा आदि, और दोपहर का खाना सिर्फ आठ रूपए में मिलता है।
दोपहर के खाने में दाल चाबल, गेहूं चाबल, गेहूं का नमकीन खिचड़ा, रोटी का उपमा, कड़ी ढोकला, चाबल का नमकीन खिचड़ा,मीठे चाबल आदि और रात का खाना भी आठ रूपए में ही मिलता है। रात के खाने में दाल ढोकली, बिरयानी, कड़ी चबल, ज्वार की मीठी खिचड़ी, मेक क्क नमकीन खीचड़ा, दाल चाबल, गेहूं का चूरमा, बेसन गट्टा पुलाब आदि मिलता है।
इस योजना में खाना तय की गई सामग्री में ही मिलता है जैसे सुबह का नाश्ता 350 ग्राम होता है। दोपहर और रात के खाने की सामग्री 450 ग्राम होती है सुबह खाने का टाइम 8:00 से लेकर 10:30 तक होता है। दोपहर का भोजन 11:30 से लेकर 2:30 तक होता है और रात का भोजन 7:00 बजे से रात्रि के 9:30 तक होता है।
इस योजना की शुरूआत राजस्थान के 12 जिलों में हुई है जिसमें जयपुर, कोटा, उदयपुर, जोधपुर, बीकानेर, बारन, दुर्गापुर, भरतपुर, बांसबाड़ा, अजमेर, झालाबाड़, परतापगढ़ शामिल हैं। अन्नपूर्णा रसोई योजना का शुभारम्भ राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे द्वारा 15 दिसंबर 2016 को किया गया है।
यूपी अन्नपूर्णा रसोई योजना :
दूसरे नंबर में हम यूपी अन्नपूर्णा योजना के बारे में बताएंगे इस राज्य में दस रूपए में भर पेट खाना मिलेगा यह योजना यूपी राज्य के 23 जिलों में शुरू की गई है। इसके लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड ने टेंडर जारी कर दिया है। यह योजना यूपी में पहले वाली सरकार ने शुरू कर दी थी योगी सरकार इस योजना का विस्तार कर रही है।
यह योजना यू पी के 23 राज्यों में शुरू की है जिनमें मुरादाबाद, मेरठ, झाँसी, अलीगढ़, बरेली, गोंडा, चित्रकूट, फैजाबाद, गाजियाबाद, इलहाबाद, वाराणसी, गोरखपुर, बंदायू, बुलंदशहर, हापुड़, जौनपुर, गौतमबुद्धनगर, महोबा, बाँदा आदि।
इसी योजना के अंतगर्त यू पी सरकार पांच रूपए ने भर पेट खाना खा सके यू पी के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्य नाथ जी ने इस योजना की शुरूआत इसलिए की है ताकि कोई भूखा ना रह सके और सिर्फ पांच रूपए में भर पेट खाना मिल सके इसलिए यू पी सरकार ने गरीब लोगों के लिए भर पेट भोजन की व्यवस्था कर रही है। सिर्फ पांच रूपए में, जल्दी ही अन्नपूर्णा भोजनालय यू पी की सरकार के मुख्यमंत्री द्वारा खोले जाएंगे। हम आपको बता दें कि इस योजना में सुबह का नाश्ता दोपहर का खाना और रात का खाना दिया जाएगा, खाने में तरह तरह के पकवान बनाएंगे जैसे चाबल दाल, कड़ी चाबल, इडली सांभर, मौसमी सब्जियां, अरहर की दाल और नाश्ते में चाय पकोड़े, ब्रेड पकोड़े आदि।
मध्य प्रदेश अन्नपूर्णा रसोई योजना :
तीसरे नंबर पर हम आपको मध्य प्रदेश में चल रही अन्नपूर्णा योजना के बारे में जानकारी देंगे। यह योजना मध्यप्रदेश में 2008 वर्ष में शुरू हुई किन्तु तब इस योजना का लाभ गरीबी रेखा से नीचे वाले लोग ही ले सकते थे फिर 2013 में इस योजना में गरीबी से उप्पर वाले लोगों को भी शामिल किया गया।
इस योजना के अंतर्गत BPL और APL परिवारों को सरकार कम दाम में राशन देगी, राज्य सरकारें इसलिए ये योजनाएं चला रही है ताकि देश का हर नागरिक अपना पेट भर सके उन्हें भूखा ना रहना पड़े। इस योजना के माध्यम से अलग अलग श्रेणी में अलग अलग राशन मिलेगा।
इसके इलाबा आप पीएम श्रमिक सेतु एप्प पोर्टल रजिस्ट्रेशन की जानकारी पाने के लिए हमारे इस आर्टिकल को पूरा पढ़ें। इसमें हमने सब कुछ बता रखा है। अगर आपको कोई समस्या आरही है तो आप हमे कमेंट बॉक्स में अपनी समस्या की जानकारी दे सकते हैं। हम आपकी सहायता करेंगे।