हमारे देश के सरकारी कर्मचारियों को सरकार की तरफ से तोहफा।
मेरे प्यारे देश वासियों मैं आशा करता हूँ की आप सब लोग स्वस्थ होंगे और अपने अपने घरों में होंगे। जैसे की आप लोग जानते है आजकल कोरोना काल चला हुआ है। इस कोरोना काल की वजह से हमारा देश बोहत आर्थिक मंदी से गुज़र रहा है। हम सबको इस कोरोना काल मे बोहत संभल के रहना है और अपने से छोटे और बड़ों का ख्याल रखना है। आज मै आपको मिशन कर्मयोगी स्कीम के बारे मै बताने जा रहा हूँ। Mission Karamyogi Yojana की शुरुवात हमारे देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने 2 सितम्बर 2020 को की है। इस स्कीम मै जो भी हमारे देश के सिविल सर्विसेज के कर्मचारी है उनको ट्रेनिंग दी जायेगी। Mission Karamyogi Yojana का बजट सरकार ने पांच साल के लिए 510 करोड़ 86 लाख रखा है।
सरकार का क्या कहना है मिशन कर्मयोगी योजना के बारे मै :-
केंद्र सरकार का कहना है की Mission Karamyogi Yojana की वजह से हमारे देश के सरकारी सिविल कर्मचारियों को स्किल डेवलपमेंट की ट्रेनिंग दी जायेगी। नागरिकों की आवश्यकताओं के लिए सिविल सेवकों को अधिक कुशल, प्रभावी, उत्तरदायी और जवाबदेह बनाया जाएगा। मिशन कर्मयोगी का उद्देश्य पारदर्शिता और प्रौद्योगिकी के माध्यम से सिविल सेवकों को अधिक रचनात्मक और नवीन बनाकर भविष्य के लिए तैयार करना है। इस योजना से 46 लाख सिविल सर्वेन्ट्स के स्किल्स को डेवेलोप किया जाएगा। इस योजना के माध्यम से हर डिपार्टमेंट के कर्मचारियों को ट्रैनिंक करवाई जायेगी। इससे वह और अछि सेवाएं दे पाएंगे। इससे भरष्टाचार काम होगा और पारदर्शिता बढ़ेगी।
IGOT क्या है :-
IGOT एक ऑनलाइन ट्रेनिंग सेण्टर है जिधर सीवील सर्विसेज वाले कर्मचारियों को ऑनलाइन रचनात्मक, रचनात्मक, कल्पनाशील, सक्रिय, अभिनव, प्रगतिशील, पेशेवर, ऊर्जावान, पारदर्शी और प्रौद्योगिकी-सक्षम बनने की ट्रेनिंग दी जायेगी। कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग ने एक शिक्षण मंच IGOT शुरू करने की घोषणा की है जो डॉक्टरों, नर्सों, पैरामेडिक्स, स्वच्छता कर्मचारियों, तकनीशियनों, सहायक नर्सिंग मिडवाइव्स, केंद्रीय और राज्य सरकार के लिए ऑनलाइन प्रशिक्षण प्रदान करता है।
मिशन कर्मयोगी योजना का मकसद :-
- मिशन कर्मयोगी योजना का मकसद सभी सिविल सेवकों के लिए निरंतर, घर्षण रहित निर्देशित क्षमता निर्माण करना।
- इसका उदेश्य कंटेंट क्यूरेशन एक जीवंत और विश्व स्तर के बाजार में जगह बनाने के लिए है।
- इस योजना से शासन की गुणवत्ता में उल्लेखनीय वृद्धि की शुरूआत होगी।
- इससे यह पता चलेगा कि सही योग्यता वाला व्यक्ति सही स्थिति पर है।
- इसका एक सबसे बड़ा मकसद हमारे देश के सिविल कर्मचारियों को सही से काम करने का तरीका सिखाना है और कई टेक्निकल चीज़े सिखाना है।
- इससे हमारे देश के सरकारी कर्मचारी और भी ज़ादा उत्तम बनेंगे और उनका काम करने का तरीका सुधरेगा और वह अपने काम मे और निपुण हो जाएंगे।
मिशन कर्मयोगी योजना के फायदे :-
- मिशन कर्मयोगी योजना से हमारे देश की कार्य -प्रणाली मे पारदर्शिता आएगी।
- सिविल सर्वेंट्स का काम करने का तरीका और भी ज़ादा सुधरेगा।
- मिशन कर्मयोगी स्कीम से कम से कम 45 लाख सरकारी नोकरी करने वाले लोगों को फायदा होगा।
- इसके ज़रिये देश के सिविल और अन्य निगमों के कर्मचारियों को ज़ादा कोआपरेटिव , क्रिएटिव और इनोवेटिव बनाया जाएगा। इससे सरकारी कर्मचारियों के स्किल्स को और भी ज़ादा स्मूथ और डेवेलोप किया जायेगा।
- इस योजना की वजह से सरकारी कर्मचारियों के काम करने के तरीकों मे बदलाव किया जाएगा। भरष्टाचार मे कमी आएगी और देश की तरक्की होगी।
इम्पोर्टेन्ट डिटेल्स :-
योजना का नाम – – – – मिशन कर्मयोगी योजना
कब शुरू हुई – – – – 2 सितम्बर 2020
किसके दवरा शुरू हुई – – – – प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी
किसे फायदा होगा – – – – हमारे देश के सरकारी कर्मचारियों को
योजना का मकसद – – – – देश के सरकारी कर्मचारियों को अपने काम मे ओर भी ज़ादा निपुण बनाना
सरकारी वेबसाइट – – – – https://igot.nic.in/
कर्मयोगी का मतलब अपने काम के लिए पुरे योग्य होना यह एक बोहत अच्छा फैसला है।